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अरूणाचल में JDU के 6 विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर RJD ने कसा तंज

कुछ दिन पहले अरुणाचल प्रदेश में भाजपा ने अपनी सहयोगी जदयू को बड़ा झटका देते हुए उसके 6 विधायकों को अपने पाले में कर लिया जिसकी चर्चा अरूणाचल प्रदेश की राजनीति में तो हो ही रही है पर इसकी विशेष चर्चा बिहार में जारी है क्योकि बिहार में एनडीए की सरकार है जिसमें JDU और भाजपा मुख्य दल है. अब अरूणाचल प्रदेश से ऐसी खबर सामने आने के बाद बयानबाजी तो होनी हैं औऱ वो हो भी रही है. दरअसल, भाजपा द्वारा अरूणाचल प्रदेश में अपने ही सहयोगी दल JDU के 6 विधायकों को खुद में मिला लेने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि बिहार में गठबंधन कर सरकार चला रहीं दोनों पार्टियों के रिश्ते बिगड़ सकते हैं. हालांकि अभी तक इसको लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कोई विशेष बयान नहीं दिया है पर JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने भाजपा की दोस्ती पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि अरुणाचल प्रदेश में हुए घटनाक्रम ने भाजपा ने राज्य में दोस्ती का धर्म नहीं निभाया है.

वहीं जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मामले में सवाल किया गया था तो उन्होंने कुछ खास बोलने से परहेज करते हुए कहा कि ये सब कोई नई बात नहीं हैं और ऐसा चलता रहता है. हालांकि जदयू प्रवक्ता के बयानों से इस बात की ओर इशारा मिल रहा है कि जदयू भाजपा की इस धोखेबाजी से खासा नाराज है. वहीं भाजपा द्वारा अरूणाचल प्रदेश में अपने ही सहयोगी दल के 6 विधायकों को अपने पाले में करने के इस मामले ने लगे हाथ बिहार में आरजेडी को बोलने का मौंका दे दिया है. RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी इसे मुद्दे पर चुटकी ली है. मनोज झा ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य से सिग्नल आ चुका है और ये जल्द ही बिहार में भी पहुंचने वाला है. साथ ही उन्होने कहा कि ये अजीब है कि जदयू के 7 में से 6 विधायक भाजपा में शामिल हो गए। क्या उन्होंने नीतीश कुमार से निर्देश लिया? मनोज झा ने आगे कहा कि मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं, क्या आप चाहते हैं कि आपकी पार्टी का भाजपा में विलय हो.

इसी बीच लगे हाथों आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव ने भी इस मुद्दे पर बिहार की नीतीश सरकार को घेरा और कहा कि भाजपा अपने सहयोगियों को खा जाती है. तेज प्रताप यादव ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के बाद अब बिहार में भी जदयू का नामो-निशान मिट जाएगा. तेज प्रताप ने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार के गिर जाने की भविष्यवाणी भी की और कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में सिर्फ 43 सीटें जीतने के बावजूद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं। मैं कह रहा हूं कि अभी चार-पांच महीने इंतजार कीजिए और अभी संकेत अरुणाचल प्रदेश से आया है और यह जल्द ही बिहार पहुंच जाएगा. खैर यो तो रही अरूणाचल प्रदेश में JDU के 6 विधायकों के भाजपा में शामिल होने पर प्रतिक्रिया पर बड़ा सवाल ये कि क्या अरूणाचल प्रदेश में हुए मामले से बिहार की राजनीति पर कोई फर्क पड़ेगा या फिर जिस तरह फिलहाल बिहार में एनडीए की सरकार चल रही हैं वो चलती रहेगी, ये तो आगे आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा.

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