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लाभार्थियों के घर पर हुआ अन्नप्राशन कार्यक्रम का आयोजन

– आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने कार्यक्रम का किया शुभारंभ – 6 माह पूरा करने वाले बच्चों को हुआ अन्नप्राशन- 6 माह के बाद अनुपूरक आहार के महत्व की विस्तार से दी गई जानकारी 
लखीसराय,19अगस्त,2020वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के समय में भी बच्चे के पोषण का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इसको लेकर समेकित बाल बिकास परियोजना(आईसीडीएस) विभाग के कर्मी से पदाधिकारी तक पूरी सजग है। बुधवार को जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के निर्देश पर जिले के सभी ऑगनबाड़ी केंद्र की सेविका अपने-अपने पोषक क्षेत्र में गृहभेंट कर यानी लाभार्थी घर पहुँचकर अन्नप्रासन कार्यक्रम का आयोजन किया। जहाँ छः माह का उम्र पूरा कर चुके बच्चे को पहली बार खीर खिलाया और बच्चे की माँ को बच्चे का स्वस्थ शरीर को लेकर 6 माह के बाद अनुपूरक आहार के महत्व की विस्तार से जानकारी दी गई। 
आईसीडीएस विभाग की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा सिन्हा ने रामगढ़ चौक बाल बिकास परियोजना कार्यालय के अंतर्गत ऑगनबाड़ी केंद्र संख्या 53 एवं 96 के पोषक क्षेत्र अंतर्गत एक-एक लाभार्थी के घर पहुँचकर अन्नप्राशन कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जहाँ केंद्र संख्या 53 के लाभार्थी अनीता देवी के पुत्र प्रियांशु कुमार एवं 96 सामुदायिक भवन तांती टोला रामनगर माया देवी के पुत्र पियुष कुमार को अपने हाथों से खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया गया। इस मौके पर रामगढ़ चौक बाल बिकास परियोजना कार्यालय के महिला पर्यवेक्षिका अर्चना कुमारी समेत दोनों केंद्र की सेविका सरोजनी कुमारी एवं सुधा कुमारी आदि मौजूद थे।
अनुपूरक आहार के साथ दो वर्षों तक स्तनपान भी जरूरी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा सिन्हा ने बताया कि इस दौरान मौजूद बच्चों की माँ को बच्चे का स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर आवश्यक जानकारियाँ दी गई। जिसमें बताया कि 6 माह से ऊपर के बच्चों के अभिभावकों को बच्चों के लिए अनुपूरक आहार की जरूरत के विषय में जानकारी दी गयी। इसके साथ ही  बच्चों को कम से कम दो वर्षों तक स्तनपान भी कराएं। साथ ही अभिभावकों को आहार विविधिता के बारे में भी बताया गया। 6 माह से 9 माह के शिशु को दिन भर में 200 ग्राम सुपाच्य मसला हुआ खाना, 9 से 12 माह में 300 ग्राम मसला हुआ ठोस खाना, 12 से 24 माह में 500 ग्राम तक खाना खिलाने की सलाह दी गयी। इसके अलावा अभिभावकों को बच्चों के दैनिक आहार में हरी पत्तीदार सब्जी और पीले नारंगी फल को शामिल करने की बात बताई गयी। चावल, रोटी, दाल, हरी सब्जी, अंडा एवं अन्य खाद्य पदार्थों की पोषक तत्वों के विषय में चर्चा कर अभिभावकों को इसके विषय में जागरूक किया गया।

कोविड-19 से बचाव को लेकर भी दी गई  आवश्यक जानकारी 
इस दौरान मौजूद ऑगनबाड़ी सेविका एवं बच्चे के अभिभावकों को कोविड-19 से बचाव को लेकर भी आवश्यक जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें और शारीरिक-दूरी बनाऐ रखें। इसके अलावे बचाव से संबंधित अन्य जानकारियाँ दी गई।
इन बातों का रखें ख्याल: 6 माह बाद स्तनपान के साथ अनुपूरक आहार शिशु को दें स्तनपान के अतिरिक्त दिन में 5 से 6 बार शिशु को सुपाच्य खाना दें शिशु को मल्टिंग आहार(अंकुरित साबुत आनाज या दाल को सुखाने के बाद पीसकर)दें माल्टिंग से तैयार आहार से शिशुओं को अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है शिशु यदि अनुपूरक आहार नहीं खाए तब भी थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खिलाएं

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