राज्य

एसएनसीयू में 16 बच्चे हैं इलाजरत, मिल रही है बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवा 

– 24 घंटे उपलब्ध कराई जा रही है एसएनसीयू की सुविधा, शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख में इलाज
– जन्म से लेकर 28 दिनों तक के नवजात शिशु को  मुफ्त उपलब्ध कराई जाती एसएनसीयू की सुविधा
खगड़िया, 15 जून-
सदर अस्पताल खगड़िया परिसर में संचालित एसएनसीयू में अभी 16 बच्चे इलाजरत हैं। यहाँ आने वाले सभी जरूरतमंद नवजातों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। जिसका परिणाम यह है कि ऐसे नवजात के परिजनों का सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति विश्वास बढ़ा है। शायद यही वजह होगा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों के जरूरतमंद नवजात के परिजन अपने शिशु के  समुचित इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल परिसर में संचालित एसएनसीयू पहुँच रहे  हैं। जहाँ नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। एसएनसीयू में शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ द्वारा 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है। साथ ही इस दौरान सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल भी रखा जा रहा है। जिसके कारण अब ऐसे नवजातों के परिजन अपने नवजात को लेकर बेचिहक एसएनसीयू पहुँच रहे जिससे  ऐसे जरूरतमंद नवजातों के परिजनों की परेशानियाँ दूर होती  दिख रही तथा आसानी के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है। वहीं, बुधवार को एसएनसीयू में तैनात शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ नरेंद्र कुमार, नर्सिंग स्टाफ पुष्पा कुमारी, लतिका कुमारी, मलखान सैनी एवं कर्मी सुबोध कारके, निखिल कुमार दीदल आदि अपनी ड्यूटी मुस्तैद थे। वहीं, एसएनसीयू के  सफल संचालन में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ योगेन्द्र नारायण प्रेयसी एवं मैनेजर शशिकांत कुमार का सराहनीय योगदान है।
– जन्म से लेकर 28 दिनों तक के नवजात शिशु को उपलब्ध कराई जाती है एसएनसीयू की सुविधा :
ड्यूटी पर तैनात एसएनसीयू के चिकित्सक सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ नरेंद्र कुमार ने बताया, यहाँ जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस  एवं सेपसिस परेशानी से पीड़ित रहते हैं। ऐसे बच्चों को दवाई से लेकर समुचित इलाज की पूरी तरह मुफ्त सुविधा यहाँ उपलब्ध कराई जाती है। जबकि, ऐसे नवजात का निजी स्वास्थ्य स्थानों में इलाज कराने में प्रतिदिन 04 से 06 हजार  रुपये  खर्च करना पड़ता है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि जिनका भी शिशु इस तरह की परेशानी से पीड़ित हो, वह अपने शिशु को लेकर बेहिचक एसएनसीयू आएं। उन्हें ना सिर्फ पूरी तरह मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। बल्कि, निजी स्वास्थ्य स्थानों से कई गुणा बेहतर सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।
– एसएनसीयू में एडमिट नवजातों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर जरूरी बातों का रखा जाता है ख्याल :
एसएनसीयू के चिकित्सक सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ आमोद कुमार ने बताया, यहाँ आने वाले सभी नवजातों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, इसके लिए हर जरूरी बातों का ख्याल रखा जाता है। साथ ही एडमिट नवजातों के स्वास्थ्य का नियमित तौर पर फॉलोअप किया जाता और इलाज के दौरान सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल रखा जाता है। ताकि नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और किसी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा नवजात के  स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर इलाज के पश्चात की जाने वाली आवश्यक देखरेख की  भी नवजात के परिजनों को जानकारी दी जाती  और उचित देखरेख के लिए प्रेरित भी किया जाता  है।
– नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को दी जाती है जानकारी :
डाॅ निहारिका कुमारी ने बताया, इलाज के पश्चात डिस्चार्ज करने के वक्त अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों द्वारा नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिए जाते हैं। ताकि नवजात का स्वस्थ शरीर निर्माण हो। इस दौरान बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक नियमित रूप से समय-समय पर स्तनपान कराने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाती है।

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