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कोविड प्रभावित आश्रितों को समाज कल्याण मंत्रालय व केयर इंडिया के सहयोग से बांटी जा रही सामग्री

कोविड से मरने वालों के आश्रितों के लिए राहत भेजी गई राहत सामग्री
समाहरणालय से डीडीसी ने हरी झंडी दिखाकर गाड़ी को किया रवाना
बांका, 23 नवंबर
कोरोना की जांच, इलाज और टीकाकरण को लेकर तो स्वास्थ्य विभाग और सरकार गंभीर है ही, साथ ही जिन लोगों की जान कोरोना से चली गई है, उनके बच्चों के लिए भी राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। इसी सिलसिले में कोरोना से जान गंवाने वालों के बच्चों के लिए मंगलवार को राहत सामग्री भेजी गई। राहत सामग्री से भरे वाहनों को डीडीसी रवि प्रकाश ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर आईसीडीएस की डीपीओ हेमा कुमारी और केयर इंडिया के डीटीएल तौसीफ कमर भी मौजूद थे। वाहनों को हरी झंडी दिखाने के बाद डीडीसी ने कहा कि कोरोना से मरने वाले जितने भी लोग हैं, उन्हें जल्द से जल्द राहत पहुंचाएं। साथ ही जो लोग छूट गए हैं, उन्हें भी जल्द चिह्नित करने का निर्देश डीडीसी ने दिया। उन्होंने इस काम में केयर इंडिया और आईसीडीएस को भी सहयोग करने के लिए कहा।
राहत सामग्री के तौर पर दिए गए हैं ये सामानः राहत सामग्री के पैकेट में पांच किलो चावल, पांच किलो आटा, मसूर दाल दो किलो, चना दो किलो, चूड़ा दो किलो, सूजी दो किलो, चीनी दो किलो, मसाला के दो पैकेट, नहाने वाला साबुन दो, कपड़ा धोनो वाला दो साबुन, 100 चॉकलेट वाला एक पैकेट और बिस्कुल के दो पैकेट कोरोना से मरने वालों के परिजनों को दिया गया है। सभी सामान को एक साथ पैक कर दिया जा रहा है। राहत सामग्री में परिवार के बड़े सदस्यों से लेकर बच्चों तक का ध्यान रखा गया है, ताकि लोगों को कुछ मदद मिल सके।
घर-घर जाकर दी जाएगी राहत सामग्रीः कोरोना से मरने वालों के अनाथ हुए बच्चों की सहायता को लेकर परिवारों को घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम सहायता उपलब्ध कराएगी। मृतक के आश्रितों को सामग्री लेने में कोई परेशानी नहीं हो, इसे ध्यान में रखकर ऐसा किया जा रहा है। इस काम में केयर इंडिया के कर्मी बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

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